Monday, August 13, 2012

मेरा मौला मस्त मौला

एक बार एक विद्वान ने मुझसे पूछा कि भाई तू कैसे बड़ा हुआ ?
मैने भी बता दिया , भाई बार - बार गिरा और फिर धूल झाड़ खड़ा हुआ.
अच्छा ये बता दे , तूने कौन सी ज्ञान की पुस्तक पढ़ी , कहाँ - कहाँ हाजरी लगाई.
भाई हाजरी की क्या बात बताऊं , अपन ने तो हमेशा मंदिरो, मज्ज़िदों के बाहर से ही सीटी बजाई.
क्या मूर्खों सी बात करता है ऐसे खी-खी कर घूमने से भी भला कहीं ज्ञान मिलता हैं.
भाई ज्ञान का तो पता नही पर रोती शक्लों को हँसाने से बहुत मान मिलता है.
हा हा महा मूर्ख , जीवन व्यर्थ कर रहा है , नर्क में ही जायगा.
कोई बात नही भाई साहब , बंदा वहाँ भी सीटी बज़ाएगा लोगों को हँसाएगा.
अरे पागल अभी भी समय है सुधर जा , पोथी पढ़ - शास्त्रों में ध्यान लगा , ज्ञान मिलेगा.
भाई तू तोड़ा पंसारी को हँसा के देख ले जिंदगी भर मुफ़्त का पान मिलेगा.
अबे मूर्ख , पापी , अज्ञानी , तू मेरा मज़ाक बना रहा है.
नही भाई , बंदा तो तेरे मज़े लेके , पढ़ने वाले विद्वानो को हंसा रहा है.
मेरा मौला मस्त मौला .... :)

Tuesday, July 31, 2012

तुम्हे मैं अपने अंदर मरने नही दूँगा.


तुम्हे में अपने अंदर मरने नही दूँगा.
तुम स्वतंत्र होने के लिए जन्मे थे और स्वतंत्र ही रहोगे.
तुम एक आज़ाद आवाज़ बनकर जिए हो और अविरल आज़ाद ही ज़िओगे .
तुम चलोगे , सीखोगे , कहोगे , कभी - कभी बाँटोगे भी .
तुम सिख़ाओगे , समझोगे , बताओगे और कभी - कभी डाँटओगे भी.
पर अब तुम स्वतंत्र जियोगे................
तुम अपनी सीमाओं के पार जाओगे.
तुम नव चेतना निहित नव संसार बनाओगे.
चाहें कोई रोके तुम्हे .... चाहें कोई टोके तुम्हे.
तुम अपनी पहचान नही छोड़ोगे.
तुम अपनी वाणी , क्रोध पर संयम रख प्रेम से सब जोड़ोगे.
नाहक किसी दुखी मानुष का ह्रदय नही तोड़ोगे.
तुम समझ के चलोगे अब , मैं हूँ साथ डरने नही दूँगा.
 तुम्हे मैं अपने अंदर मरने नही दूँगा.

Sunday, July 22, 2012

पापा जैसा बनना है



जब भी मैं अब मैदान में खेलते - कूदते बच्चों को देखता हूँ ,
तो अतीत के झरोखे से एक चित्र सा उभर आता है,
जिसमे मेरी नटखट उंगली थामे खड़ा एक साया खूब मन भाता है.
वो बरगद हैं मेरे , जिनकी छाया में मैने निडर अपना बचपन ज़िया.
गिरा कभी , और फिर सीखा संभलना , और हर पल उन्होने मेरा साथ दिया.
वो मेरे पापा हैं..... :)
छोटे-छोटे रेत के किले बनाते मेरे मासूम हाथों को हमेशा उनका हाथ मिला.
जब भी गिरा निराश हुआ , तो उनके शब्दों का साथ मिला.
वो कहते थे जब गिरोगे  - धूल झाढोगे , तभी खड़े होना सीख पाओगे.
एक दिन घूमोगे सारी दुनिया , अपनी खुद की एक पहचान बनाओगे.
और फिर एक दिन साइकिल चलाते - चलाते , मैने उस खूबसूरत एहसास को जिया...
जब पलटकर पता चला की पापा ने मुस्कुराते हुए साइकिल के करियर को छोड़ दिया.. :)
अभी तो चलना है चलना है और चलना है ....
पर जब ज़िम्मेदारी मेरी होगी तो पापा जैसा बनना है ..





Monday, April 16, 2012

शांत तालाब

घर से निकल कर उन राहों में अब हम निकल पड़े हैं.....जहाँ
मोड़ बहुत हैं , तोड़ बहुत हैं ......उबर - खाबर रास्ते हैं ..
धूप हैं - छाँव हैं ...और दूर..किसी शांत तालाब के तीरे एक गावों हैं..

मुझे तो बस उस तालाब मैं अपना अक्स देखना है. :)

Saturday, April 7, 2012

प्यार बहुत है पर क्या आप उन्हें समझ पाते हो ?

प्यार बहुत है पर क्या आप उन्हें समझ पाते हो ? वो आपसे जब प्यार करते हैं तो सारी दुनिया को छोड़कर आपके अंदर अपनी दुनिया बना लेते हैं . जब वो अकेले में आपको सोते हुए एकटक बैठे देखते हैं तो हमेशा आपके जैसी अपनी एक छोटी सी गुड़िया का सपना देखते हैं. वो आपकी आँखों की गहराई को समझते हैं , वो आपके दर्द को अपना दर्द मानते हैं , वो दिन भर ऑफीस से तक कर आते हैं तो सिर्फ़ आपकी गोद मैं सिर रखकर सोने के लिए खुद बच्चे बन जाते हैं . प्यार बहुत है पर क्या आप उन्हे समझ पाते हो ?

आप उनसे गुस्सा होते हो की वो आप को अब समय नही देते , वो आपको पहले जैसा प्यार नही करते , वो आपकी परवाह नही करते पर वो अलग होते हैं वो आप के साथ पूरी जिंदगी की परवाह करते हैं , वो अपने समय मैं ज़्यादा से ज़्यादा कमाना चाहते हैं ताकि आपके सपनों को पूरा कर सकें , वो आप के साथ साथ अपने अजन्मे बच्चों की भी परवाह करने लगते हैं. वो खुद के लिए शायद एक कमरा लें पर परिवार के लिए हमेशा अमीर बन जाते हैं , प्यार बहुत है.

वो धीरे धीरे शांत होंने लगते हैं , प्यार बढ़ रहा होता है आपको लगता है की वो दूर जा रहे हैं , वो आपसे आपके अच्छे के लिए लड़ते हैं , आपको सारी दुनिया से बचाना चाहते हैं , वो धीरे से आपके गालों को अपने हाथों में लेकर आपके लिए एक छोटी सी सुरछित दुनिया बना देते हैं , वो सिर्फ़ आपकी एक हसीं के लिए खूब सारी कहानियाँ बनाते हैं , आपको अपनी दुनिया की सिर्फ़ अच्छाइयाँ बताते हैं , अपने सारे दर्द सिर्फ़ अपने पास रखते हैं , वो जब आपसे प्यार करते है तो बस आपसे करते हैं.....वो धीरे से आपकी दुनिया से चले जाते ....और आप ....आप आगे बढ़ जाते हो.....

लोग शायद कम हैं पर ......प्यार बहुत है पर क्या आप समझ पाते हो ?