Tuesday, January 26, 2010

आशाएं जोड़ती है हमें !

आशाएं जोड़ती है हमें ,

आशाएं खुले आसमान के नीचे मदमस्त हो भींगने की,
आशाएं जागने की एक खाट पर तारों को ओझल होते देख,
बहते पहाड़ी झरने में नहाने की , आशाएं नये पुल बनाने की !
आशाएं खुलते छोटे हाथों को हाथ दे, गोद में उठाने की,
आशाएं सुनी सुनाई कहानी नाती पोतों को सुनाने की ,

आशाएं जोड़ती है हमें !

आशाएं बहते दरिया से सरहद पार जाने की,
आशाएं मंदिरों मज्ज़िदों के बीच के द्वार को चूम कर आने की ,
कभी- कभी दरखतों के बीच जाकर गुम जाने की,
आशाएं पहचान से पहले इंसान के लिए मुस्कुराने की........

आशाएं जोड़ती है हमें !