आशाएं जोड़ती है हमें ,
आशाएं खुले आसमान के नीचे मदमस्त हो भींगने की,
आशाएं जागने की एक खाट पर तारों को ओझल होते देख,
बहते पहाड़ी झरने में नहाने की , आशाएं नये पुल बनाने की !
आशाएं खुलते छोटे हाथों को हाथ दे, गोद में उठाने की,
आशाएं सुनी सुनाई कहानी नाती पोतों को सुनाने की ,
आशाएं जोड़ती है हमें !
आशाएं बहते दरिया से सरहद पार जाने की,
आशाएं मंदिरों मज्ज़िदों के बीच के द्वार को चूम कर आने की ,
कभी- कभी दरखतों के बीच जाकर गुम जाने की,
आशाएं पहचान से पहले इंसान के लिए मुस्कुराने की........
आशाएं जोड़ती है हमें !
Tuesday, January 26, 2010
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