Saturday, December 17, 2011

A Love Saga

In Love, Its not me or you who decides to be or part.
Its the GOD's way to ensure his presence in our heart.
When we are born ,the only thing he allows us to carry from his shrine.
Is the beautiful ability to love and to connect like divine.
But when the dark hours start in life of ours ,
we forget power of our soul and start living in the fears.
But near to end, he again gives us a chance to remember that what we are why were we born.
But only sad thing is , by that time of realization , love would be destroyed and lives would be torn...

Wednesday, December 14, 2011

घर से चलते चलते कितनी दूर आ गये

घर से चलते चलते कितनी दूर आ गये हम कि उन गलियों की याद भी धुंधली हो गयीं हैं ,
धुंधला हो गया है वो बचपन जिसमें इस आज के सपने देखे थे....
सोचा था की एक खुश सा संसार होगा , सब अपने लोग और बहुत सारा प्यार होगा....
एक छोटी सी दुनिया होगी हमारी भी , एक छोटा सा बाग और ऐक छोटी सी क्यारी भी...
पर आज जो सपना है जो हक़ीकत हैं वो नही वो अपना है..
बस चले जा रहे हैं भटकती राहों में , बे मंज़िल बे मकसद उस बचपन की तलाश में........
जो कभी हमारा सपना था पर आज धुँधला हैं.....सफ़र अनवरत जारी है....बस.....
अब आसूओं की चादर के पीछे नयनों को घर की दीवार भी दिखिनी बंद हो गयी है.....क्यों कि....
घर से चलते चलते कितनी दूर आ गये हम कि उन गलियों की याद भी धुंधली हो गयीं हैं ...

Friday, January 21, 2011

मासूम परिंदे

चले आए बहते झरनो की तरह,
भिन्न, भेष-भूषा लबादों में छिपे,

हैं आग पेट की बुझाने कुछ दानों की तलाश,
एक मुट्ठी मिट्टी की आस, फिरते ये मासूम परिंदे |


खुद के खोंसलों को छोड़, आशिए दूसरों के बनाने को तैयार,
एक ज़मीन को माँ बोल दूसरी को देते मासी सा प्यार.
टपकती छतों से लड़ते-झगड़ते, बारिश की बूँदों में करवटें बदलते.
ट्रेन की धड़-धड़ मे सुर लगाते, दो ब्रेड के टुकड़ों में दिन बिताते.
एक मुट्ठी मिट्टी की आस लिए फिरते ये मासूम परिंदे.


कभी नेता की जूती की कील बनते ,कभी कुर्सी की पहुँच की हील बनते.
कभी माँस के लोथ में कटे तड़प्ते, बेबस आँखों से पत्थर से गिरते....
एक आशा के साथ फिर भी मुस्कुराते....बूँद बन सागर में मिल जाते.....
चले आते ...हर नयी सुबह के साथ फिर ........कुछ अपने ही ये मासूम परिंदे..........