Monday, March 23, 2009

वोट डालो भईया, वोट डालो

वोट डालो भईया, वोट डालो !
लोकतंत्र के राज में परिवर्तन की चोट डालो ,
चिल्लाओ मत अगर कोई नेता बात नही सुनता है ,
अब तुम्हारा समय है ,दिखा दो कि कौन उन्हे चुनता है !

निकल जाओ घरो से बाहर , और दिखा दो संघठन की ताक़त एक बार,
ख़त्म कर दो इस किस्से को यहीं , ताकि भविष्य में ना हो और संहार ,
अपने बच्चों के मासूम चेहरों को देखो और कसम खाओ कि उन्हे सुरक्षित भारत देना है ,
स्कूल , बीमा सब अच्छा चुना , अब समय है जब अच्छा नेता चुनकर देना है |

नही सहो अब चिड़ियाघर सी संसद , संविधान के रक्षक भिजवाने को वोट डालो ,
संसद में नोट की ताक़त दिखाने वालों को वोट की ताक़त दिखाने को वोट डालो ,
अख़बारों की सुर्खियाँ पढ़ , चर्चा कर, मत परेशान होना इस बार,
अभी ताक़त तुम्हारी उंगली में है खुद ही कर दो सुर्खियाँ तैयार ,
अरे कुछ मिनटों की बात है और सालों के भविष्य का सवाल ,
इस बार सवाल की राह में खड़ी हर प्राथमिकता पर ओट डालो ,
वोट डालो भईया, वोट डालो |

Tuesday, March 17, 2009

Remix ( I Love my Job )

Yeh Code Pighla ke Delivery De Doon
Java,.Net mai Aaag Laga Doon
Smoking Smoking Nikdoon Re Dhooan

Pocket mai jalti hai rai chand dolloron in Arthi
Arrey What To Tell You Darling Kya Hua

Arrey Sapne Dekhe Onsite Ke
Par Sab Mitti Mein Mil Jaen
Chakkar Laga Aye Saare Chamchai,
Par Kabhi Humara Number Hi Naa Aye

Abb Akhon pai pad gaye kaale gadde,
Shakal sai lagte Beemaar.

Tauba IT kaa Jalwa,Tauba IT Managers Kaa Pyaar
OutSourcing Kaa Professional Attyachaar !

Tauba IT kaa Jalwa,Tauba IT Managers Kaa Pyaar
OutSourcing Kaa Professional Attyachaar !

Jao Jao Oh Manager, Oh Manager Ohh!

Tauba IT kaa Jalwa,Tauba IT Managers Kaa Pyaar
OutSourcing Kaa Professional Attyachaar !

Ho Gayi Engineering Kai Baad, Tragedy Tragedy
Lut Gai Mast jindagi,Abb Din Bhar Code Mai Sir Khapai

Ho Gayi Engineering Kai Baad, Tragedy Tragedy
Lut Gai Mast jindagi,Abb Din Bhar Code Mai Sir Khapai

Bol Bol , Why Did you hire Me
Now,Zindagi Bhi Lele Yaar Kill Me

Bol Bol , Why Did you hire Me Whore
Bol Bol , Why Did you hire Me
Now,Zindagi Bhi Lele Yaar Kill Me


Tauba IT kaa Jalwa,Tauba IT Managers Kaa Pyaar
OutSourcing Kaa Professional Attyachaar !

Tauba IT kaa Jalwa,Tauba IT Managers Kaa Pyaar
OutSourcing Kaa Professional Attyachaar !

Monday, March 16, 2009

मुश्किल है अपना मेल प्रिये

मुश्किल है अपना मेल प्रिये, ये प्यार नही है खेल प्रिये ।
तुम एम. ए. फ़र्स्ट डिवीजन हो, मैं हुआ मैट्रिक फ़ेल प्रिये ।
मुश्किल है अपना मेल प्रिये, ये प्यार नही है खेल प्रिये ।
तुम फौजी अफ़्सर की बेटी, मैं तो किसान का बेटा हूँ ।
तुम रबडी खीर मलाई हो, मैं सत्तू सपरेटा हूँ ।
तुम ए. सी. घर में रहती हो, मैं पेड के नीचे लेटा हूँ ।
तुम नयी मारूती लगती हो, मैं स्कूटर लम्बरेटा हूँ ।
इस कदर अगर हम छुप-छुप कर, आपस मे प्रेम बढायेंगे ।
तो एक रोज़ तेरे डैडी अमरीश पुरी बन जायेंगे ।
सब हड्डी पसली तोड मुझे, भिजवा देंगे वो जेल प्रिये ।
मुश्किल है अपना मेल प्रिये, ये प्यार नही है खेल प्रिये ।
तुम अरब देश की घोडी हो, मैं हूँ गदहे की नाल प्रिये ।
तुम दीवली क बोनस हो, मैं भूखों की हडताल प्रिये ।
तुम हीरे जडी तश्तरी हो, मैं एल्मुनिअम का थाल प्रिये ।
तुम चिकेन-सूप बिरयानी हो, मैन कंकड वाली दाल प्रिये ।
तुम हिरन-चौकडी भरती हो, मैं हूँ कछुए की चाल प्रिये ।
तुम चन्दन-वन की लकडी हो, मैं हूँ बबूल की चाल प्रिये ।
मैं पके आम सा लटका हूँ, मत मार मुझे गुलेल प्रिये ।
मुश्किल है अपना मेल प्रिये, ये प्यार नही है खेल प्रिये ।
मैं शनि-देव जैसा कुरूप, तुम कोमल कन्चन काया हो ।
मैं तन-से मन-से कांशी राम, तुम महा चन्चला माया हो ।
तुम निर्मल पावन गंगा हो, मैं जलता हुआ पतंगा हूँ ।
तुम राज घाट का शान्ति मार्च, मैं हिन्दू-मुस्लिम दन्गा हूँ ।
तुम हो पूनम का ताजमहल, मैं काली गुफ़ा अजन्ता की ।
तुम हो वरदान विधाता का, मैं गलती हूँ भगवन्ता की ।
तुम जेट विमान की शोभा हो, मैं बस की ठेलम-ठेल प्रिये ।
मुश्किल है अपना मेल प्रिये, ये प्यार नही है खेल प्रिये ।
तुम नयी विदेशी मिक्सी हो, मैं पत्थर का सिलबट्टा हूँ ।
तुम ए. के.-४७ जैसी, मैं तो इक देसी कट्टा हूँ ।
तुम चतुर राबडी देवी सी, मैं भोला-भाला लालू हूँ ।
तुम मुक्त शेरनी जंगल की, मैं चिडियाघर का भालू हूँ ।
तुम व्यस्त सोनिया गाँधी सी, मैं वी. पी. सिंह सा खाली हूँ ।
तुम हँसी माधुरी दीक्षित की, मैं पुलिसमैन की गाली हूँ ।
कल जेल अगर हो जाये तो, दिलवा देन तुम बेल प्रिये ।
मुश्किल है अपना मेल प्रिये, ये प्यार नही है खेल प्रिये ।
मैं ढाबे के ढाँचे जैसा, तुम पाँच सितारा होटल हो ।
मैं महुए का देसी ठर्रा, तुम रेड-लेबल की बोतल हो ।
तुम चित्रहार का मधुर गीत, मैं कॄषि-दर्शन की झाडी हूँ ।
तुम विश्व-सुन्दरी सी कमाल, मैं तेलिया छाप कबाडी हूँ ।
तुम सोनी का मोबाइल हो, मैं टेलीफोन वाला हूँ चोंगा ।
तुम मछली मानसरोवर की, मैं सागर तट का हूँ घोंघा ।
दस मन्ज़िल से गिर जाउँगा, मत आगे मुझे ढकेल प्रिये ।
मुश्किल है अपना मेल प्रिये, ये प्यार नही है खेल प्रिये ।
तुम सत्ता की महरानी हो, मैं विपक्ष की लाचारी हूँ ।
तुम हो ममता-जयललिता सी, मैं क्वारा अटल-बिहारी हूँ ।
तुम तेन्दुलकर का शतक प्रिये, मैं फ़ॉलो-ऑन की पारी हूँ ।
तुम गेट्ज़, मटीज़, कोरोला हो, मैं लेलैन्ड की लॉरी हूँ ।
मुझको रेफ़री ही रहने दो, मत खेलो मुझसे खेल प्रिये ।
मुश्किल है अपना मेल प्रिये, ये प्यार नही है खेल प्रिये ।
मैं सोच रहा कि रहे हैं कब से, श्रोता मुझको झेल प्रिये ।
मुश्किल है अपना मेल प्रिये, ये प्यार नही है खेल प्रिये ।

By Pradeep !