Monday, April 16, 2012

शांत तालाब

घर से निकल कर उन राहों में अब हम निकल पड़े हैं.....जहाँ
मोड़ बहुत हैं , तोड़ बहुत हैं ......उबर - खाबर रास्ते हैं ..
धूप हैं - छाँव हैं ...और दूर..किसी शांत तालाब के तीरे एक गावों हैं..

मुझे तो बस उस तालाब मैं अपना अक्स देखना है. :)

Saturday, April 7, 2012

प्यार बहुत है पर क्या आप उन्हें समझ पाते हो ?

प्यार बहुत है पर क्या आप उन्हें समझ पाते हो ? वो आपसे जब प्यार करते हैं तो सारी दुनिया को छोड़कर आपके अंदर अपनी दुनिया बना लेते हैं . जब वो अकेले में आपको सोते हुए एकटक बैठे देखते हैं तो हमेशा आपके जैसी अपनी एक छोटी सी गुड़िया का सपना देखते हैं. वो आपकी आँखों की गहराई को समझते हैं , वो आपके दर्द को अपना दर्द मानते हैं , वो दिन भर ऑफीस से तक कर आते हैं तो सिर्फ़ आपकी गोद मैं सिर रखकर सोने के लिए खुद बच्चे बन जाते हैं . प्यार बहुत है पर क्या आप उन्हे समझ पाते हो ?

आप उनसे गुस्सा होते हो की वो आप को अब समय नही देते , वो आपको पहले जैसा प्यार नही करते , वो आपकी परवाह नही करते पर वो अलग होते हैं वो आप के साथ पूरी जिंदगी की परवाह करते हैं , वो अपने समय मैं ज़्यादा से ज़्यादा कमाना चाहते हैं ताकि आपके सपनों को पूरा कर सकें , वो आप के साथ साथ अपने अजन्मे बच्चों की भी परवाह करने लगते हैं. वो खुद के लिए शायद एक कमरा लें पर परिवार के लिए हमेशा अमीर बन जाते हैं , प्यार बहुत है.

वो धीरे धीरे शांत होंने लगते हैं , प्यार बढ़ रहा होता है आपको लगता है की वो दूर जा रहे हैं , वो आपसे आपके अच्छे के लिए लड़ते हैं , आपको सारी दुनिया से बचाना चाहते हैं , वो धीरे से आपके गालों को अपने हाथों में लेकर आपके लिए एक छोटी सी सुरछित दुनिया बना देते हैं , वो सिर्फ़ आपकी एक हसीं के लिए खूब सारी कहानियाँ बनाते हैं , आपको अपनी दुनिया की सिर्फ़ अच्छाइयाँ बताते हैं , अपने सारे दर्द सिर्फ़ अपने पास रखते हैं , वो जब आपसे प्यार करते है तो बस आपसे करते हैं.....वो धीरे से आपकी दुनिया से चले जाते ....और आप ....आप आगे बढ़ जाते हो.....

लोग शायद कम हैं पर ......प्यार बहुत है पर क्या आप समझ पाते हो ?